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Friday, May 10, 2024
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कॉलेज छात्रों ने ‘फ्लाइनोवेट (Flynovate) स्टार्टअप से सोलर इंडस्ट्री के लिए ड्रोन के रूप में विकसित की एक नई तकनीक

कॉलेज छात्रों ने ‘फ्लाइनोवेट (Flynovate) स्टार्टअप से सोलर इंडस्ट्री के लिए ड्रोन के रूप में विकसित की एक नई तकनीक

वर्तमान में जब सारा संसार निरंतर विकास की ओर बढ़ रहा है तब सोलर एनर्जी इस लक्ष्य को पूरा करने में मुख्य भूमिका निभा रही है। प्राकृतिक स्रोतों और सोलर एनर्जी को बचाने के लिए, सोलर पैनल को काम में लेने के लिए चारो तरफ से स्वीकृति मिल रही हैं। हालांकि इन पैनलों का रखरखाव महत्वपूर्ण है, जो इसके ऑपरेटर के लिए एक मुख्य समस्या है।

इस समस्या का समाधान करने के लिए कॉलेज के तीन छात्रों अक्षत भाटिया, आर्यमान चौधरी और हिमांशु पांडा ने एक नया स्टार्टअप फ्लाइनोवेट (Flynovate) शुरू किया है, जो कि कंप्यूटर विजन पर आधारित स्वचालित Drone-as-a-service (DRaas) स्टार्टअप है और यह सोलर पैनल को आंतरिक और बाहृय रूप से निरीक्षण करता है और समस्याओं का पता लगाता है,यह पूर्ण रूप से स्वचालित ड्रोन्स से सोलर फार्म में स्थित सभी सोलर पैनलों की सफाई करता है।

अक्षत भाटिया, आर्यमान चौधरी और हिमांशु पांडा क्रमशः कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग एण्ड बिज़नेस सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, और मैकेनिकल इंजीनियरिंग के थापर इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी के फोर्थ ईयर के स्टूडेंट्स है, जो कॉलेज के प्रथम वर्ष में वो एक दूसरे को जानने लगे और उन्होंने अपनी ‘फ्लाइनोवेट (Flynovate)’ को विकसित करने की ऊर्जा आपस में साझा की।

एक आदमी जो सोलर एनर्जी सेगमेंट पर रिसर्च कर रहा था, उससे यह जानने के बाद की अगर सोलर पैनल को अच्छे से रख रखाव और साफ सफाई नहीं की जाए तो ऊर्जा का 80% भाग बेकार चला जाता है, इन युवा दिमागों ने इस तकनीक को विकसित करना शुरू किया। इस प्रकार से Flynovate टीम ने मार्केट में अपनी जगह बनाई।

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वे कहते हैं कि,“हम सभी फ्लाइनोवेट (Flynovate) की तरफ से कुछ नई चीज़ बनाने के लिए प्रेरित हैं जो ज्यादा से ज्यादा लोगों को डायरेक्टली और इनडायरेक्टली प्रभावित करे। यही वो प्रेरणा है जो हमें कुछ उपयोगी और प्रभावी बनाने को प्रेरित करती हैं और जो संसार मे अच्छे के लिए परिवर्तन लायेगा”।

कॉलेज छात्रों ने ‘फ्लाइनोवेट (Flynovate) स्टार्टअप से सोलर इंडस्ट्री के लिए ड्रोन के रूप में विकसित की एक नई तकनीक
टीम फ्लाइनोवेट

कुछ महीनों के कठिन परिश्रम और रातो की नींद खराब करने के बाद टीम ने दो प्रोडक्ट्स टेस्ट पूरे किए जिनमें से एक भिवाड़ी जल प्रदूषण निवारण एसोसिएशन के साथ था और एक दूसरा एक बहुत बड़ी कंपनी जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड के साथ था। इस टेस्टिंग के दौरान उन्होंने सोलर पावर फार्म का जरूरी हिस्सा साफ किया और प्रत्येक सोलर पैनल पर थर्मल निरीक्षण जारी रखा ताकि बाद में एक रिपोर्ट तैयार कर सके जिसमे ऊर्जा से संबंधित खामियां उनके एमएल मॉडल के माध्यम से बताई जा सके, जो सोलर प्लाण्ट की दक्षता को प्रभावित करते थे।

कॉलेज स्टूडेंट्स की यह टीम और नए ग्रेजुएट्स इस नई तकनीक को विकसित करने के लिए एक साथ आए हैं। वर्तमान में वे लोग अपने कुछ शुरुआती ग्राहकों को शामिल कर रहे हैं, जिनको इस अपने प्रकार के इकलौते सोलर मेंटेनेंस सिस्टम को अपने सोलरप्लांट्स में ट्रायल लगाने का अवसर मिलेगा और वे सोलर इंडस्ट्री में पूर्ण रूप से स्वचालित ड्रोन मेंटेनेंस सिस्टम लगाने वाले कुछ शुरुआती लोगो में शामिल हो जायेंगे।

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हालांकि इस तकनीक को बहुत से क्षेत्रों में बढ़ाया जा सकता है लेकिन यह कंपनी फिलहाल सोलर पावर प्लांट इंडस्ट्रीज और इसके रखरखाव को टारगेट कर रही हैं। सोलर इंडस्ट्रीज बहुत तेजी से बढ़ने वाले ऊर्जा क्षेत्र हैं, जिसमे लगभग हर महीने कई नए सोलर प्लांट्स स्थापित किए जा रहे हैं। जिससे सोलर इंडस्ट्री की साइज लगातार बढ़ने से और टेक्नोलॉजी में नवाचार की कमी से इसकी क्वालिटी, स्पीड और दक्षता में काफी कमी आई है। कंपनी को विश्वास है कि यह ड्रोन और इसका काम इस क्षेत्र में पूर्ण रूप से परिवर्तन लाएगा।

फ्लाईनोवेट संचालन

इनके अलावा यह टीम बहुत से प्रोडक्ट टेस्ट और customer PoCs के साथ आ रही है,जो कि और ज्यादा सोलर फार्म के मालिको को इस कंपनी के साथ जुड़ने और इनकी नई और आकर्षक सेवाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।

फ्लाइनोवेट (Flynovate) अपने निरीक्षण के बाद दी जाने वाली रिपोर्ट में सांख्यिकी, एरियल इमेजरी और त्रुटियों को एक साथ उपलब्ध करवाता है, जिनको क्लाउड डैशबोर्ड से एक्सेस किया जा सकता है। इस प्रकार यह कंपनीज को बहुत ज्यादा पैसे और समय बर्बाद करने से बचाती है और लेबर व भारी मशीनरी के उपयोग को कम करती है जो सोलर पैनल को दुर्घटनावश हानि पहुंचा सकते हैं। इसके बाद पूर्ण रूप से स्वचालित सोलर पैनल की सफाई की ओर अग्रसर ड्रोन क्लीनिंग सर्विस आएगी। यह तकनीक अन्य एनर्जी सेक्टर्स में भी उनकी कार्य दक्षता को बढ़ाने के लिए काम में ली जा सकती है।

फ्लाइटनोवेट (Flynovate) कैसे काम करती है

फ्लाइनोवेट (Flynovate) एक कॉन्ट्रैक्चुअल मॉडल पर काम करती है। लेबर के जैसे ही यह प्राइसिंग करती है जो सोलर फार्म की साइज पर निर्भर करता है। उनका उद्देश्य रोबॉटिक्स और एआई का अपने ग्राहकों के लिए इस्तेमाल करते हुए, जो वर्तमान सभी उपायों से अच्छे स्पीड, क्वालिटी और कार्यदक्षता को उपलब्ध करवाना हैं।

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फ्लाइनोवेट (Flynovate) की टीम ने यह सराहनीय तकनीक विकसित की है और उनकी यह कहानी के उतार-चढ़ाव सभी को प्रयास करते रहने के लिए प्रेरित करती है। सभी को अपने लक्ष्य पूरा करने के लिए अपने आप में विश्वास रखना चाहिए।

कॉलेज के इन तीन विद्यार्थियों ने फ्लाइनोवेट(Flynovate) की स्थापना करके यह बताया है कि आपकी उम्र आपको कुछ नया शुरू करने से नहीं रोक सकती। युवा और आविष्कारक होने के नाते यहाँ आपको आगे बढ़ने और परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित करती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर (FAQs)

फ्लाइनोवेट (Flynovate) क्या है?

फ्लाइनोवेट (Flynovate) Drone-as-a-service पर आधारित स्टार्टअप है, सोलर फार्म में स्थित सोलर पैनल की बाहरी और आंतरिक कमियों को निरीक्षण करके उनका पता लगाता है।

फ्लाइनोवेट (Flynovate) के फाउंडर्स कौन है?

कॉलेज के तीन विद्यार्थी अक्षत भाटिया, आर्यमान चौधरी और हिमांशु पांडा ने एक नया स्टार्टअप शुरू किया है, जिसका नाम फ्लाइनोवेट(Flynovate) है। यह एक कंप्यूटर विजन पर आधारित स्वचालित ड्रोन्स से चलता है, जो सोलर फार्म में उपस्थित सोलर पैनल के बाहरी और आंतरिक कमियों को निरीक्षण करता है।

फ्लाइनोवेट (Flynovate) कैसे काम करता है?

फ्लाइनोवेट (Flynovate) कॉन्ट्रैक्चुअल या रेवेन्यू पर आधारित एक मॉडल है। प्राइसिंग लेबर चार्जेज के अनुसार ही की जाती है और सोलर फार्म की साइज पर निर्भर करती है। उनका उद्देश्य रोबॉटिक्स और एआई का उपयोग करके ग्राहकों को स्पीड और क्वालिटी मौजूदा उपायों से बेहतरीन उपलब्ध करवाना है क्योंकि ग्राहक की संतुष्टि सबसे मुख्य घटक है।

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